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Tuesday, 16 October 2018

मेरा दर्द

आहिस्ता चल ऐ जिंदगी , अभी काम  बहुत है ,
आहिस्ता चल ऐ जिंदगी , अभी काम  बहुत है ,
जरा सी ठहर जा एक सुनहरे मोड़ पर 
अभी उलझनों की थकान बहुत  है  .... 
नीलाम कर दे तकदीर मेरी
ये कम्बख्त बदनाम बहुत है ..!
मैं अभी आता हूँ खुद  को लेकर , 
तूं ठहर थोड़ा ये शख्श अभी  परेशान बहुत  है ..!!
आहिस्ता चल ऐ जिंदगी , अभी काम  बहुत है...!!
शिकवों के लिए समय नहीं है, अभी वक्त से दुश्मनाई चल रही है
मेरे हिस्से की खुशियां करजाई चल रही है....
भिड़ लेने दे आसमान की ऊंचाईयों से....
आज जायेंगे ये भी एक दिन जमीं पर.....
बहरहाल ये परिंदे नादान बहुत है.....
अभी इनके लिए जिंदगी के मायने भी आसान बहुत है.....
आहिस्ता चल ए जिंदगी , अभी काम बहुत है......!!
फिलहाल समंदर में लहरें बहुत है....
जालिम दुनिया में लोगों के चेहरे बहुत है.....
एक दिन शांत होगा ये बवंडर भी....
थमेगा रुख इन गर्म हवाओं का एक दिन.....
अभी मेरे जहन में तूफान बहुत है......
अभी आंखों में मेरे अरमान बहुत है......
आहिस्ता चल ए जिंदगी......अभी काम बहुत है....!!
जी लेने दे मुझे खुल  कर मेरे सपनो को , 
सुना है सपनों के दाम बहुत है,
कर लेने दे उपहास मेरा,
 ये दुनिया मेरे दर्दों से अनजान बहुत है....!!
आहिस्ता चल ऐ जिंदगी , अभी काम  बहुत है...!!
अभी जमें है पैर जमीं पर,
अभी तो सुकून का तूफान आया है..
अभी संभला हूं हालातों के भंवर से....
अभी तो,  मेरे खून में उबाल बहुत है
आहिस्ता चल ऐ जिंदगी , अभी काम बहुत है...!!
चोटें भर आयी है फिर से
जख्म अभी तो सफर का मलहम बने है,
अभी टूटा हूँ टूटकर जीने से
दर्द अभी तो डगर में सबनम बने हैं
जरा सा सब्र रख दीपक,अभी तो मेरे जज्बे में जान बहुत है...
आहिस्ता चल ऐ जिंदगी , अभी काम  बहुत है...!!
आहिस्ता चल ऐ जिंदगी , अभी काम बहुत है....!!
#ShaRma_DeEpu


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