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Wednesday, 17 November 2021

बहरहाल

बहरहाल ये आलम कैसा है?

मेरे दिए में तेल कैसा है?

मुझसे ज्यादा गैरों को मेरा फिक्र कैसा है?

डूबती कस्तियों में अरमान कैसा है?

डूबा दो - ये फरमान कैसा है??

दीपक अभी तक जल क्यों रहा है?

उनके जहन में ये सवाल कैसा है?

वक्त पलटेगा कभी वक्त का भी

सोचो भविष्य का वो मंजर कैसा है??

बहरहाल अभी ये आलम कैसा है?

मेरे दिये में तेल कैसा है??

उनके जहन में ये सवाल कैसा है??

लपलपाती जीभों के लिए स्वाद कैसा है?

भूखे भेड़ियों के लिए आसान शिकार कैसा है?

कुत्तों के झुंड के लिए शेर का शिकार जैसा है?

बहरहाल ये आलम कैसा है??

मेरे दिए में तेल कैसा है?

उनके जहन में ये सवाल कैसा है?




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