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Wednesday, 27 November 2019

सजा_ए-_मौत

चलिए जो भी बिखरा है समेटते है...
राज गहरा है तुम्हारे लहजे का,
चलिए पहले सज़ा सुनते है...
 इल्ज़ाम फिर लपेटते है....!!!!
इतनी हमदर्दी ठीक नही मुझ पर बेगम
माफ करना पर माफ मत करना,
चलिए माफी को सजा_ए-_मौत में बदलते है....!!
चलिए जो बिखरा है उसे समेटते है.....
चलिए पहले सजा सुनते है, इल्जाम फिर लपेटते है...!!!!!!
#ShaRma_DeEpu

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