मैं दशानन , मैं लंकेश , हाँ मैं ही तो वो रावण हूँ ,
झांको जरा खुद के अंदर , मैं तुम सब से पावन हूँ.........!
नहीं रोकूंगा तुम्हे कभी,आओ मेरा दहन करो ,
मगर उससे पहले अपने अंदर श्री राम का वहन करो.........!!
काम क्रोध लोभ मोह माया ,इन सब का तुम नाश करो ,
मर्यादा पुरुषोत्तम बन न सको तो , बस पुरुष बनने का परयास करो....!!!
मुझे जलाकर सोने वालो , कभी खुद को भी जलाकर देखो,
तुम में भी मैं बसता हूँ , कभी अपने अंतर्मन से जाकर पूछो .........!!!!
जय हिन्द जय भारत
झांको जरा खुद के अंदर , मैं तुम सब से पावन हूँ.........!
नहीं रोकूंगा तुम्हे कभी,आओ मेरा दहन करो ,
मगर उससे पहले अपने अंदर श्री राम का वहन करो.........!!
काम क्रोध लोभ मोह माया ,इन सब का तुम नाश करो ,
मर्यादा पुरुषोत्तम बन न सको तो , बस पुरुष बनने का परयास करो....!!!
मुझे जलाकर सोने वालो , कभी खुद को भी जलाकर देखो,
तुम में भी मैं बसता हूँ , कभी अपने अंतर्मन से जाकर पूछो .........!!!!
जय हिन्द जय भारत
shi h bhai
ReplyDeleteधन्यवाद भाई
ReplyDeleteSuperb bhai👌🏻👌🏻
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