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Friday, 19 October 2018

हाँ मैं रावण हूँ

मैं दशानन , मैं लंकेश , हाँ मैं ही  तो वो रावण हूँ ,
झांको जरा खुद के अंदर , मैं तुम सब से पावन हूँ.........!
नहीं रोकूंगा तुम्हे कभी,आओ मेरा दहन करो ,
मगर उससे पहले अपने अंदर श्री राम का वहन  करो.........!!
काम क्रोध लोभ मोह माया  ,इन सब का तुम नाश करो ,
मर्यादा पुरुषोत्तम बन न सको तो , बस पुरुष बनने का परयास करो....!!!
मुझे जलाकर सोने वालो , कभी खुद को भी जलाकर देखो,
तुम में भी मैं बसता हूँ , कभी अपने अंतर्मन से  जाकर पूछो .........!!!!
जय हिन्द जय भारत 

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