ख्वाबों के परिंदे को मत बांध,
उड़ जाने दे.....
बह जाने दे..........
इन पर लगाम लगाना ठीक नहीं है,
वरना ये मर जाएंगे.....
तड़फ तड़फ कर.......
तड़फना , तड़फाना ठीक नहीं है,
ये परिंदे भी तो हकदार है.....
उड़ान देखने के....
ये ख्वाब जो तुम बुन रहे हो,
मन ही मन,
ये सब सच होने है ..... एक दिन....
_
बस तुम आंखें खुली रखना.....
मंजिल पर निगाहें टिकाए रखना.....
एक परिंदा आएगा , संदेश लेकर 'कि'
......
" सब ठीक हो गया है"
#शर्मा_दीपू
👍👍👍
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