समस्त शिक्षकों, अध्यापकों, गुरुजनों व उनके शिष्यों को शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ,
सब लोगों की तरह मैं भी लंबा चौड़ा भाषण लिखने की कोसिस में था कि शिक्षक भविष्य निर्माता होते है, वो नई पीढ़ी रूपी पत्थर को तराश कर मूर्त रूपी भावी समाज का निर्माण करते है!
दरअसल मुझे गुरुकुल के दौर की कहानियां याद आ जाती है, जिनकी चर्चा प्राचीन हिन्दू धर्म ग्रन्थों के पन्ने दर पन्ने होती है।
द्रोण रूपी गुरुओं के सानिध्य में अर्जुन जैसे शिष्य शिक्षा ग्रहण करते थे, एकलव्य जैसे वीर, गुरु के प्रतिबिम्ब को गुरु मानकर शिक्षा में निपुण होते थे।
अब आप सोच रहे होंगे कि मैं इन सब बातों की चर्चा यहां क्यूं कर रहा हूँ, दरअसल आजकल एक माहौल चल रहा है कूल ड्यूड बनने का ! जब से कोरोना कहर शुरू हुआ है, शिक्षा का माध्यम भी बदला है, शिक्षक जनों ने भी शिक्षा को अबाधित जारी रखने के लिए ऑनलाइन रूप से पढ़ाना प्रारम्भ किया है।
इसी दौरान आजकल के छात्र जो संस्कार, शिष्यत्व जैसे शब्दों की मजाक उड़ाते हुए ऑनलाइन कक्षाओं में हनी सिंह के गाने चलाकर उनका वीडियो अपलोड करते है , हैशटेग फन विद मैथ वाला टकला सर!
दरअसल गलती उस तंत्र की है जिसने शिक्षकों के हाथ से वो डंडा छीन लिया है जो गधे को भी इंसान बनाने की क्षमता रखता था।
मैं आज सुबह ही एक वीडियो देख रहा था , जिसमे एक शिक्षिका दो छात्रों को स्कूल में पीट रही थी, पहले क्षण मुझे लगा कि बच्चों को इस तरह मारना अमानवीय है, गलत है, मगर जब सच्चाई मालूम पड़ी की ये बच्चे ऑनलाइन क्लास में जेठालाल बनके शिक्षिका पर अभद्र टिप्पणी करते है, तो मुझे अचानक उनके घरवालों के संस्कारों पर शक होने लगा!
शायद मेरा शक बच्चों की आजादी का हनन है, शायद संस्कारों की दृष्टि से देखना ही गलत है, सायद समाज बदल रहा है, शायद ये बदलाव ही गलत है!
(शायद मानवाधिकार ही मानव विकास के बीच रोड़ा है)
गुरुओं का आदर कीजिये, उनका सम्मान ना कर सको कोई बात नही, अनादर मत कीजिये!
विचार जरूर रखियेगा अपना!
गुरु दिवस की बधाई
जय हिंद जय भारत।
अतिसुन्दर श्रीमान
ReplyDeleteVery nice
ReplyDeleteGood
ReplyDeleteSandar अति सुन्दर रचना 🙏🙏
ReplyDeleteTeacher's day की बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं 🙏🙏